Monday, September 16, 2013

माँ और उसके तीन बच्चे

रैट तू एजुकोशन
                    माँ और उसके तीन बच्चे


पिता- अरी ओ शकुंतला ! खाना लगा बहुत जोर की भूख लगी है।
माँ (शकुंतला)- अभी लाई! आप हाथ मुँह धो लीजिए ।
पिता- अरी हाथ मुँह क्या धोना? कौन-सा कोयले की दलाली कर के आया हूँ जो काला हो गया हूँ। जैसा था वैसा ही हूँ।
माँ- आप तो किसी की सुनते ही नहीं, ये लीजिए खाना और खाइए। और ये कोयले की दलाली का क्या मतलब है? आप कोई नया काम करने लगे क्या?
पिता- अरी नहीं ये तो एक हिंदी का मुहावरा है।
माँ-(शकुंतला)- आप कब से हिंदी पढ़ने लगे?
पिता- अरी भाग्यवान! मोनीषा को एक बार पढ़ते सुना था।
पुत्री (मोनीषा)- ये क्या पिता जी बिना हाथ-मुँह धोए ही खाने लगे? हमारी मैडम कहती हैं कि खाना खाने से पहले हाथ-मुँह अच्छी तरह से धो लेना चाहिए। ताकि हम स्वस्थ्य रह सकें।
पिता- ठीक है बेटा! अब से ध्यान रखूँगा! (खाँसने लगता है)
बेटी(मोनीषा)- देखा यह सब सफाई से न रहने का नतीजा है। फिर आ गई न खाँसी ।
माँ(शकुंतला)- बेटा मोनिषा, प्रीतम, प्रत्यूषा----- सब आकर खाना खा लो !
मोनीषा- (खाना खाते समय)  माँ अब हमारा भाई प्रीतम भी पाँच साल का हो गया है। इसका भी नाम स्कूल में लिखा दो ताकि यह भी मेरे साथ पढ़ने जाए।
पिता-माँ- (दोनो एक साथ बोल पड़ते हैं) नही बेटा तेरा भाई अब कही किसी दुकान पर जाकर कुछ काम-वाम सीखेगा, ताकि आगे चलकर कमा सके।
मोनिषा- पर माँ बिना पढ़े-लिखे क्या कमाएगा?
माँ- अरी बेटी, पर हमारी हैसियत तेरे अलावा और किसी को पढ़ाने की नहीं है। तेरे छोटे भाई-बहनों को हम नहीं पढ़ा सकते।
बेटी(मोनीषा)- पर माँ ऐसा क्यों? पिता जी कमाते तो हैं।
माँ- हाँ बेटा कामते तो हैं पर उनकी कमाई इतनी नहीं है।
बेटी- ठीक है माँ।
मोनिषा- (स्कूल में चिंतित अवस्था में)
मैडम- बेटी मोनिषा क्या बात है? आज तुम बड़ी उदास हो!
मोनिषा- क्या करूँ मैम मेरा छोटा भाई पूरे पाँच साल का हो गया है।
मैम- तो इसमें परेशानी की क्या बात है?
मोनिषा- मैम! मेरे पिता जी की हैसियत इतनी नहीं है कि वो मेरे छोटे भाई-बहनों को पढ़ा सके!
मैम- अरे, इसमे हैसियत की क्या जरूरत है? आज कल तो सरकार ने आर टी ई कानून बना रखा है।
मोनिषा- मैम ये आर टी ई का क्या मतलब है?
मैम- बेटा आर टी ई का मतलब है राइट टू एजूकेशन। अर्थात- पाँच साल से लेकर चौदह साल के बच्चों को मुफ्त शिक्षा। इसलिए तुमको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। अब तुम्हारा भाई भी पढ़ सकेगा।
मोनिषा- सच मैम ?
मैडम- हाँ बेटा ।
मोनिषा- थैंक्यू मैम!  (खुशी से घर लौटते हुए घर पहुँचते ही जोर-जोर से चिल्लाती है।)
माँ-माँ-माँ !‍
शकुंतला(माँ)- क्या है मोनिषा ! आज बड़ी खुश नज‌र आ रही है। क्या मिल गया?
मोनिषा- माँ मेरे भाई का पढ़ने का मौका मिल गया।
माँ- वो कैसे? बेटा !
मोनिषा- माँ सरकार ने एक कानून बना रखा है।
माँ- कौन सा कानून बेटा और उसका तेरे भाई की पढ़ाई से क्या लेना?
मोनिषा- माँ, राइट टू एजुकेशन । हमारी मैडम ने बताया है।
माँ- (उसकी बात बीच में ही काटते हुए)- रैट तू एजूकोशन ।
मोनिषा- अरी मेरी प्यारी माँ,  भोली माँ। रैट तू एजुकोशन नहीं, राइट टू एजूकेशन । इसका मतलब है पाँच साल से लेकेर चौदह साल तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा।
माँ- इसका मतलब तेरा छोटा भाई गोलू फ्री में पढ़ सकेगा !
मोनिषा- अरे वाह ! तूँ तो बड़ी जल्दी समझ गई। अब मत कहना रैट तू एजुकोशन । समझी !
                                       द्वारा - गुलाब चंद जैसल (16-09-13)